छोटी सी ज़िंदगी को खुशनुमा रखिए और दूसरों को खुश रहने का मौका दीजिए। किसी का दर्द लीजिए और उसे खुशी दीजिए। परमात्मा आप पर हमेशा मेहरबान होगा। आईना देखने से पहले उसे साफ कर लीजिए, वरना आप खुद ही बदसूरत लगेंगे। आपकी मुस्कान ज़िंदगी का रुख़ बदल सकती है !!. रोहित कुमार .!!
रविवार, 22 सितंबर 2013
बरस ए कहर
बरस ए कहर जितना चाहे तू.. कि अब तेरी बारी है.... कभी दिल था तो हम भी... रो रो के दरिया बहाया करते थे...रोहित कुमार...!!